7 Incredible Interesting Facts About Railway You Must Know in hindi

Train interesting facts: दोस्तों आज के इस भाग दौड़ की जिंदगी में हम सभी लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए bus, car ,train या फिर हवाई जहाज का उपयोग करते हैं । Train का उपयोग आजकल बहुत होता है । लेकिन आपको इसके बहुत सी चीजों के बारे में नहीं पता होगा जो आपको जरूर पता होना चाहिए। जैसे ट्रेन पटरी कैसे चेंज करती है , ट्रेन के ट्रैक में गिट्टी क्यों बिछाते है , xing या क्रॉसिंग क्या होता है ? ऐसे हम बहुत सारे interesting facts के बारे में जानेंगे ।

Fact 1 . ट्रेन के ट्रैक में गिट्टी क्यों बिछाते है?

ट्रेन के ट्रैक में गिट्टी क्यों बिछाते है?
ट्रेन के ट्रैक में गिट्टी क्यों बिछाते है?

दोस्तों आप सभी लोग ट्रेन से कही न कही जरूर जाते होगे और आपने देखा होगा कि जो ट्रैक होता है उसमें गिट्टी बिछी होती है और उसमें बीच में सीमेंट के बने स्लीपर भी लगे होते है । इनका उपयोग इसीलिए किया जाता है । आप सभी को पता होगा कि किसी चीज का एरिया बढ़ा देंगे तो उसका pressure कम हो जाएगा । जिससे ट्रेन नीचे धंसे न । इसी को रोकने के लिए स्लीपर (सीमेंट का बना खंभा) को ट्रैक के बीच में लगा के एक हुक की सहायता से का देते है ।

रेल के किनारे बड़े बड़े पत्थर बिछा देते हैं जिसे ballast कहते हैं। ट्रैक को किसी दूसरी चीज से मजबूती नहीं दी जाती इसीलिए इसमें पत्थर बिछा देते है जिससे जब ट्रेन निकले तो ट्रैक अपनी जगह से हिले नहीं । दूसरा कारण है कि पत्थर बिछा होने से बारिश में मिट्टी का कटाव नहीं होता जिससे ट्रैक सुरक्षित रहता है । इस ट्रैक में 200km/h से ज्यादा स्पीड में ट्रेन नहीं ले जा सकते नहीं तो ballast अपनी जगह से हट जाएंगे और दुर्घटना हो सकती है

Fact 2. रेल ट्रैक को टुकड़ों में जोड़कर क्यों बनाते है

रेल ट्रैक को टुकड़ों में जोड़कर क्यों बनाते है

क्या आपने सोचा है कि ट्रेन की पटरी को बीच में काट क्यों देते है ऐसा इसीलिए करते है क्योंकि लोहा ठंडी के दिनों में सिकुड़ता है और गर्मी के दिनों में फैलता है। अगर इसको बीच से नहीं काटेंगे तो लोहे की सिकुड़ने से पटरी टेढ़ी हो जाएगी और इससे दुर्घटना हो सकती है। इसलिए पटरी को बीच से काटकर उसे उसमें हल्का गैप देकर साइड में fish plate लगाकर जोड़ दिया जाता है। जिससे गर्मी हो या सर्दी ट्रैक में कोई नुकसान न हो ।

Interesting facts 3. रेल ट्रैक के बीच में जालीनुमा आकृति क्या होती है?

रेल ट्रैक के बीच में जालीनुमा आकृति क्या होती है?

आप सभी ने ट्रैक के बीच में एक जालीनुमा आकृति देखा होगा । इसे TPWS ( Train Protection Warning System) कहते हैं। यह सिग्नल से पहले लगा होता है इसका काम ट्रेन की स्पीड को कम करना होता है। मान लो ट्रेन के आगे का सिग्नल yellow है और उस समय ट्रेन की स्पीड 30km/h होना चाहिए लेकिन ट्रेन की स्पीड 70km/h है तब यह इंजन में सिग्नल भेज के उसमें ब्रेक लगा देता है जिससे ट्रेन की स्पीड कम हो जाती है।

Fact 4. पटरी के किनारे लगे खंभे में क्या लिखा होता है ?

आपने देखा होगा कि पटरी के किनारे कुछ कुछ दूरी में खंभे गड़े होते और उसमें कुछ 723/5 ऐसे लिखा होता है इसका मतलब यह होता है कि अगर उस ट्रैक में कुछ समस्या आती है तो उस नम्बर से पता लगा लिया जाता है कि वह कहा पर है इससे वह जगह पता लगाने में आसानी होती है जहां डिफेक्ट मिला होता है ।

Fact 5. ट्रैक में बने fauling mark का क्या मतलब होता है?

ट्रैक में बने fauling mark का क्या मतलब होता है?

ट्रेन को  main line से लाने के बाद उसे एक loop लाइन में खड़ी करते है । जब ट्रेन loop लाइन में खड़ी करते है तो ट्रेन का लास्ट डिब्बा कहा तक आना चाहिए उसके लिए उस loop लाइन में एक marking होती है जिसे Fauling mark कहते है । अगर यह mark नहीं हो और ट्रेन को खड़ा कर दे तो इसका लास्ट के डिब्बे main लाइन में रह जायेगे जिससे दुर्घटना हो सकती है ।

Fact 6. मालगाड़ी और पैसेंजर गाड़ी में कितने डिब्बे होते हैं?

दोस्तों आपने जरूर सोचा होगा कि की ट्रेन में कितने डिब्बे होते हैं। मालगाड़ी में ज्यादा डिब्बे क्यों लगे होते हैं। हमारे यहां के जो प्लेटफार्म होते है वह लगभग 650 मीटर के होते है । मतलब आपकी कोई भी ट्रेन 650 मीटर से ज्यादा नहीं होना चाहिए। जो लाल वाली LHB कोच होती है उसकी लंबाई लगभग 24 मीटर होती है। इसलिए जिसमें यह कोच लगे होगे उसमें 23 डिब्बे होगे । इसी तरह नीली वाली ICF कोच की लंबाई 22 मीटर होती है जिससे यह 25 डिब्बे लग सकते है ।

अब मालगाड़ी की बात करे तो इसमें ज्यादातर दो तरह के डिब्बों का इस्तेमाल करते हैं। BOXN wagon जो होते है उसकी लम्बाई 10 मीटर होती है। जिससे इस तरह के डिब्बे किसी मालगाड़ी में 64 लगे हो सकते है । दूसरा जो BCN wagon है उसकी लम्बाई 15 मीटर होती है और ऐसे डिब्बे मालगाड़ी में 42 लगे होते हैं।

Fact 7 . रेलवे में Xing/crossing और preceding क्या होता है?

जब main लाइन दो न होकर एक ही होती है तब किसी ट्रेन को प्लेटफॉर्म में रोककर दूसरे को जाने देना xing या crossing कहते हैं।

अगर main लाइन dubble है और वहां पर दो ट्रेन एक साथ आ जाती है तो एक ट्रेन को रोक लिया जाता है दूसरी को पहले जाने देते है इसे preceding कहते हैं।

Conclusion:
दोस्तों रेलवे में train हो या फिर मालगाड़ी या फिर ट्रैक इनमें बहुत सारे कोड word का इस्तेमाल करते हैं और कुछ टेक्नोलॉजी ऐसी है जिसे हमें पता होना चाहिए। हमने इस ऑर्टिकल में कुछ intresting fact बताए है अगर आप पहले से जानते थे तो हमें कॉमेंट करके जरूर बताएं।

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